Saturday, December 4, 2010

Ghadiyaal Babu

घड़ियाल बाबू

घड़ियाल बाबू हो तुम,
समय दिखाना तुम्हारा काम,
समय हमें पता चलता,
जैसे हम लेते तुम्हारा नाम!
हर घर में ज़रुरत पड़ती,
तुम्हारे बिना बात आगे न बढ़ती ,
तीन  सुईयाँ है, तुम्हारे अंदर,
तुमसे बड़ा न हो सकता बंदर!

2 comments:

  1. Did Meher write this???Whoa !!I am so proud of our lill poetess

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  2. Great work....Keep it up. God Bless You

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