Saturday, December 4, 2010

मेरे प्यारे आज़ोबा

I wrote this poem on 9th September, 2009 for my Azoba (Grandfather)


आप हो इस दुनिया के,
आज़ोबा सबसे अच्छे,
मेरे साथ खेलते हो तो,
बन जाते हो बच्चे,
आप मुझे मम्मी-पापा की,
डांट से बचाते हो,
मेरे पास ही रहो,
बॉम्बे  क्यों चले जाते हो?
यहाँ पर मैं  आपको,
करती हूँ बहुत MISS,
पापा के साथ भेज रही हूँ,
बहुत सारी  KISS.

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